Sunday, June 7, 2009

"ए नीता"

भूल नही शकते तुम्हेंयाद करके परेशां हैजी नही शकते तुम्हारे बिनामौत के बग़ैर परेशां हैहुवे नही तुम अपने तोक्या हुवा ?दूर हो गए तुम्हारी जिन्दगी सेएक दिन तुम ही कहोगे किआ जाओ वापस"ए नीता"
तुम्हारे बिना हम परेशां है ।नीता कोटेचा

तुम न अपना कहो

हम नही कहेंगे कभी हमे अपना कहो ,

चाहते रहेंगे तुम्हे ,

चाहे तुम न अपना कहो ।

प्यार किया है भीख नही मांगेंगे ,

हम चाहते रहेंगे चाहे तुमन अपना कहो।

नीता कोटेचा

रिश्ते

रिश्ते बनते है मुश्किल से ,
रिश्ते जुड़ते है और भी मुश्किल से ।
या बनाओ मत
या तोड़ो मत ,
क्योकि रिश्ते मिलते है मुश्किल से ।

नीता कोटेचा